सिमडेगा:बोलबा वन प्रक्षेत्र के गम्हारझरिया जंगल में सोमवार को वन देवता की पूजा की गई। इस दौरान ग्रामीणों और गणमान्य लोगों ने सामूहिक रूप से पेड़ों को रक्षाबंधन कर इनकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया।मौके पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित पर्यावरण विशेषज्ञ पारसनाथ महतो ने कहा कि वन ईश्वर का वरदान है। इसकी रक्षा करना मानव का धर्म है। कहा के पेड़ों को काटने से वन साफ हो जाएगा, जिसका असर मानव जीवन पर पड़ेगा। आज हम लोग ही पेड़ों को बचा सकते हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से पेड़ों का रक्षाबंधन कर अपनी बहन की तरह इसकी भी सुरक्षा करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण मानव जीवन से जुड़ा हुआ है। वनों के उजड़ने का असर मानव जीवन पर पड़ेगा। आज घर-घर में पेड़ बचाने के संदेश को पहुंचाने की जरूरत है तभी वन बचेगा। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जंगलों की रक्षा की, तभी आज हम वनों को देख रहे हैं। अब आनेवाली पीढ़ी के लिए पेड़ों को बचाएं, तभी हमारे बच्चे भी जंगल को देख पाएंगे।कार्यक्रम की शुरूआत के पहले जंगल में वन देवता की पूजा की। वहीं कार्यक्रम के बीच में उन्होंने सभी ग्रामीणों के सहयोग से जंगलों में लगे सखुआ, आम आदि के पेड़ों को बचाने का संकल्प के साथ रक्षाबंधन किया।
